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पण्डित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ: दृष्टि, ध्येय, उद्देश्य एवं कार्य

दृष्टि:

पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी द्वारा प्रणीत एकात्म मानव दर्शन व अंत्योदय के विचारों पर आधारित व्यष्टि, समष्टि व सृष्टि के अभ्युदय व नि:श्रेयस की प्राप्ति हेतु सर्वकल्याणकामी धर्म, लोकोपकारक अर्थ, समस्त प्राणियों के दुःखों का नाश करने वाले काम व परमेष्टि के बोध को प्रकाशित करने वाले मोक्ष की प्राप्ति हेतु सुझाए गए मार्ग को जन-जन तक पहुँचाना व शोषक विचार प्रणाली व व्यवस्था के सापेक्ष पोषक विचार प्रणाली व व्यवस्था की स्थापना हेतु बौद्धिक विमर्श व तदनुरूप कार्य को निरंतर गति देने हेतु उद्यम करना।

ध्येय:

पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों के अनुरूप समाज के वंचित वर्ग के सर्वांगीण उन्नयन; समरस समाज व्यवस्था के विकास; लोककल्याणकारी सर्व सुलभ शिक्षा व्यवस्था की उपलब्धता; शुभ-लाभ प्रदान करने वाली अर्थव्यवस्था के प्रोत्साहन; सभी के अधिकारों को सुरक्षित करने वाली व उन्हें उनके कर्तव्यों के प्रति प्रेरित करने वाली राजव्यवस्था की रचना; प्राणीमात्र, प्रकृति व संस्कृति की रक्षा; व सर्वकल्याण हेतु निरंतर विचार-विमर्श, शोध, पहल व प्रयोग में संलग्न रहना।


उद्देश्य:

  • पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी द्वारा प्रणीत एकात्म मानव दर्शन, अंत्योदय व अन्य विचारों को विविध माध्यमों से जन-जन तक पहुँचाना।
  • वंचित वर्ग के सर्वांगीण उन्नयन हेतु पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी द्वारा सुझाए गए मार्गों के सम्बन्ध में व्यापक विचार विमर्श कर युगानुकूल कार्य योजना प्रस्तुत करना।
  • पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों पर आधारित शोध कार्यों को प्रोत्साहित करना।
  • पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों के अनुरूप समरस समाज व्यवस्था के विकास के विविध आयामों के संदर्भ में चिन्तन व तदनुरूप कार्य करना।
  • पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों के अनुरूप समाज, प्रकृति व संस्कृति के रक्षण व पोषण हेतु युगानुकूल कार्य योजना प्रस्तुत करना।

कार्य:

  • पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के व्यक्तित्व, कृतित्व व चिंतन से सम्बन्धित संगोष्ठी, कार्यशाला, व्याख्यान, सिंपोजियम, जागरूकता कार्यक्रम, व विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन।
  • पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों पर आधारित विविध पुस्तकों व शोध पत्रिकाओं का प्रकाशन।
  • पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों पर आधारित शोध कार्य करने हेतु स्नातकोत्तर व पीएच.डी. स्तर के विद्यार्थियों को प्रेरित करना व उनका मार्गदर्शन करना।
  • पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों पर आधारित व भारतीय ज्ञान परम्परा से सम्बन्धित अध्ययन हेतु एक व्यवस्थित पुस्तकालय की सुविधा को उपलब्ध कराना।
  • पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों को आम जन तक ले जाने के उद्देश्य से ग्रामीण व शहरीय क्षेत्रों में विविध सम्पर्क, विचार-विमर्श व जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन।